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एजेंट के जरिए कनाडा जानेवाले सावधान! दिल्ली के जनकपुरी में रहने वाली फैमिली साइबर ठगी का शिकार हो गई। फैमिली कनाडा में बसना चाहती थी। इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने ट्रेवल एजेंसी से संपर्क किया। जिसके बाद ठगो ने उन्हें सपने दिखाए और लाखों रुपये ठग लिए। साइबर ठग विदेश में बसने के लिए फर्जी जॉब ऑफर लेटर भी सौंपते थे।
एक फैमिली कनाडा में बसना चाहती थी। एक ट्रैवल एजेंसी ने परमानेंट रेजिडेंसी से लेकर प्लेसमेंट के सपने दिखाए। इस फैमिली के जरिए एक दूसरा परिवार भी ट्रैवल एजेंट से मिला। दोनों फैमिली ने एक साल में 58 लाख 52 हजार 445 रुपये दिए। बदले में कनाडा में जॉब के ऑफर लेटर सौंपे गए। फोन पर ई-वीजा भी भेजा गया। कुछ समय बाद कॉल पिक करने बंद कर दिए। ऑफिस पहुंचे तो बंद मिला और दंपती घर से भी नदारद था। छानबीन में पता चला कि काफी तादाद में लोगों को ठगा गया है। पीड़ितों की शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने 5 नवंबर को केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दीपक कुमार (36) परिवार समेत जनकपुरी में रहते हैं। वो अपनी फैमिली के साथ कनाडा में बसना चाहते थे। अपने एक दोस्त मंजीत के जरिए मार्च 2022 में लाजपत नगर स्थित एक ट्रैवल एजेंसी के संपर्क में आए। मंजीत को इस ट्रैवल एजेंसी की जानकारी सोशल मीडिया के विज्ञापन के जरिए मिली थी। उनका दावा है कि इस एजेंसी के मालिक विनय रॉय और आकांक्षा रॉय से मिले। इनका ऑफिस लाजपत नगर की गुरु नानक मार्केट के टॉप फ्लोर पर था। वो अपने दोस्त मंजीत के साथ वहां गए। विनय ने कनाडा का वीजा, वर्क परमिट और पीआर दिलाने का दावा किया। दीपक का दावा है कि वो अपनी पत्नी और बेटी के साथ कनाडा में परमानेंट शिफ्ट होने की बात की। इस पर विनय और आकांक्षा ने कैनेडियन एंबैसी में अच्छे लिंक होने का दावा करते हुए प्राथमिकता के आधार पर काम कराने की गारंटी दी। दस्तावेज लाजपत नगर के विक्रम विहार स्थित नए ऑफिस में जमा करने की हिदायत दी। दस्तावेजों की चेक लिस्ट भी दी। इस दौरान दंपती ने कनाडा को लेकर काफी सब्जबाग दिखाए गए। कनाडा में पीआर के पांच लाख रुपये और वहां की बड़ी नामी कंपनी में जॉब दिलाने के 20 लाख की डिमांड की गई। वीजा प्रक्रिया के लिए दस्तावेज मांगे गए। दोनों फैमिली ने 1 मार्च 2022 से 29 मार्च 2023 तक 55 लाख 52 हजार 445 रुपये जमा कराए। शुरुआती पांच लाख देने पर उन्हें कनाडा के डेल्टा होटल के सीनियर फ्लोर मैनेजर, जबकि पत्नी को रिसेप्शनिस्ट की जॉब का फर्जी ऑफर लेटर और वर्क परमिट दिया गया। भेजने के नाम पर कोई ना कोई बहाना बनाने लगे। ज्यादा जोर देने पर ई-वीजा फोन पर भेज दिया। कुछ समय बाद फोन पिक करने बंद कर दिए। ऑफिस पहुंचे तो वो बंद था और दोनों घर भी छोड़ चुके थे।