कोल खादान इलाके की जीवनशैली
दो दिवसीय प्रवास में कोरबा पहुँचे छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमेन डेका कोरबा प्रेस क्लब के कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां प्रेस क्लब के पदाधिकारियों द्वारा उनका आत्मीय स्वागत किया गया। उन्होंने प्रेस क्लब परिसर में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।राज्यपाल श्री डेका को वरिष्ठ पत्रकार, साहित्यकार श्री सुरेशचन्द्र रोहरा द्वारा हाल में दिल्ली से प्रतिष्ठित मेघबुक प्रकाशन द्वारा प्रकाशित कोयला जिंदगी जिंदगी कोयला नामक स्वलिखित उपन्यास भेंट किया गया।
नीचे दिए गए लिंक को क्लिक कर पुस्तक की खरीद की जा सकती है.
http://magbook.in/BooksView.aspx?BID=21597&TITLE=koyala-jindagi,-jindagi-koyala
ज्ञात रहे कि यह उपन्यास कोरबा अंचल के कोयला क्षेत्र पर आधारित है लेखक ने महामहिम राज्यपाल को बताया कि इस वृहद उपन्यास में कोयलांचल की जिंदगी रूपायित हुई है। यह सुनकर के राज्यपाल रमन डेका ने विमोचन की पोज दी और लेखक को भी सहभागी बनाते हुए यह चित्र खींचवाया।
राज्यपाल की विनम्रता और सहजता की सभी पत्रकारों में भूरी भूरी प्रशंसा की।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री अजीत वसंत, एसपी श्री सिद्धार्थ तिवारी, राज्यपाल के संयुक्त सचिव श्रीमती हिना अनिमेष नेताम, डीएफओ कोरबा श्री अरविंद पीएम, प्रेस क्लब के अध्यक्ष सहित सुरेन्द्र गुप्ता, विजय खेत्रपाल, छेदीलाल अग्रवाल, राकेश श्रीवास्तव, सनंद दास दीवान रवि पी सिंह आदि सदस्य उपस्थित थे।
इस पुस्तक का एक अंश... सावन का महिना, खिली हुई कड़ी धूप! शिव कुछ साथियों के साथ पेड़ के पास खड़ा है। मैं तो कहता हूँ यहाँ खदान की नौकरी से तो अच्छा है, हम कहीं रेहड़ी लगा लें... कम से कम बाल-बच्चों की देखभाल तो ठीक से हो, वे खुश रहें। मगर यहाँ की स्थिति तो दिन प्रतिदिन बिगड़ती ही जा रही है।
यह रमन की आवाज थी। शिव बोला, कुछ नहीं भाई, यह सब ऊपर वाले की मर्जी है, हम और तुम क्या कर सकते हैं? हंसते हुए मोनू बोला, ऊपर वाला नहीं, यह यहां के अफसरों की करस्तानी है... वे काम तो पूरा चाहते है, ठेकेदारों को चूस लेते हैं...और ठेकेदार हम लोगों को चूस रहा है। कोयला खदान के भीतर मजदूर अक्सर कामकाज निपटा कर कुछ ऐसे ही अपना दुःख-सुख बांटा करते हैं।
गरीब, मजदूर का जीवन कितना कष्टमय होता है इसकी हम-आप कल्पना भी नहीं कर सकते। लोगों को महसूस होता है जैसे हम स्वर्ग का सुख भोग रहे है, वैसा ही आनंद यह गरीब मजदूर भी भोगते होंगे..., मगर ऐसा नहीं है। इनका कष्ट हृदय को चीर देता है,
Chhattisgarh Governor Raman Deka released the novel Koyla Zindagi Zindagi Koyla
Korba. Chhattisgarh Governor Mr. Raman Deka, who reached Korba on a two-day visit, attended the program of Korba Press Club. Here he was warmly welcomed by the officials of the Press Club. He gave the message of environmental protection by planting a sapling in the Press Club premises under the Ek Ped Maa Ke Naam campaign. Governor Mr. Deka was presented a self-written novel titled Koyla Zindagi Zindagi Koyla, recently published by the prestigious Meghbook Publication from Delhi, by senior journalist and litterateur Mr. Sureshchandra Rohra.
It may be noted that this novel is based on the coal region of Korba region. The author told His Excellency the Governor that the life of Koyla Anchal has been portrayed in this big novel. On hearing this, Governor Raman Deka posed for the release and got this picture clicked while also making the author a participant.
All the journalists praised the modesty and simplicity of the Governor. On this occasion, Collector Mr. Ajit Vasant, SP Mr. Siddharth Tiwari, Joint Secretary to the Governor Mrs. Hina Animesh Netam, DFO Korba Mr. Arvind PM, President of Press Club along with Surendra Gupta, Vijay Kheterpal, Chhedilal Agarwal, Rakesh Srivastava, Sanand Das Diwan Ravi P Singh and other members were present.