ताकि रात की नींद हो हेल्दी
नींद विश्राम की एक प्राकृतिक अवस्था है। यह मांसपेशियों की गति और अन्य अप्रयुक्त शरीर इंद्रियों को दबाकर मन और शरीर को पुनर्जीवित करने और खुद को फिर से भरने में मदद करती है। नींद के कई चरण होते हैं, प्रत्येक की एक अलग भूमिका होती है। इन चरणों में से किसी एक के नुकसान से शरीर या मानसिक बीमारियां हो सकती हैं जो जीवन के हर हिस्से को प्रभावित करती हैं।
तथ्य यह है कि नींद मन और शरीर पर इतनी प्रभावशाली भूमिका निभाती है, हमें इस निष्कर्ष पर पहुंचाती है कि नींद महत्वपूर्ण है इसलिए, वर्ल्ड स्लीप डे सोसाइटी जैसे संगठनों ने नींद के महत्व को बढ़ावा देने के लिए इस अवकाश को बनाना अपना कर्तव्य बना लिया।
हालांकि हर कोई नींद का अनुभव करता है, लेकिन जब हम सोते हैं तो हर व्यक्ति की अलग-अलग धारणा होती है। कुछ विशेषज्ञों के अनुसार, नींद अस्थायी कोमा की स्थिति है जो शरीर को चेतन और अचेतन दोनों होने की अनुमति देती है।
बहुत से लोग नींद से संबंधित मुद्दों से पीड़ित हैं जो उन्हें इस पुनर्योजी कोमा जैसी स्थिति तक पहुंचने की अनुमति नहीं देते हैं जो उनकी क्षमताओं में बाधा डालते हैं। वर्ल्ड स्लीप सोसाइटी, जिसे 2008 में गठित किया गया था, ने वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ स्लीप मेडिसिन के सहयोग से वर्ल्ड स्लीप डे की शुरुआत की।
इसकी स्थापना के बाद से, दिन का लक्ष्य और उद्देश्य स्वस्थ रहने के लिए पर्याप्त नींद लेने की आवश्यकता के बारे में जागरूकता फैलाना और नींद से संबंधित मुद्दों पर काम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय निकायों को एक साथ लाना रहा है।
हर साल, इस कारण का समर्थन करने के लिए एक अनूठी थीम के साथ इस दिन को मनाया जाता है। यह दिन लोगों को विभिन्न नींद विकारों, समाधानों के बारे में शिक्षित करता है और उन्हें मदद लेने के लिए प्रोत्साहित करता है।
इस साल वर्ल्ड स्लीप डे की थीम नींद सेहत के लिए जरूरी है या 'स्लीप इज एसेंशियल फॉर हेल्थ' है। यह अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए नींद के महत्व पर जोर देता है।
विश्व नींद दिवस को हर साल मार्च में अलग-अलग तारीखों पर मनाया जाता है और इस साल यह 17 मार्च को मनाया गया। वसंत विषुव से पहले शुक्रवार को छुट्टी पड़ती है। छुट्टी का आयोजन वर्ल्ड स्लीप डे सोसाइटी की वर्ल्ड स्लीप डे कमेटी द्वारा किया जाता है। यह दिन नींद के महत्व पर जोर देने और नींद से संबंधित सामान्य समस्याओं को दूर करने के लिए बनाया गया था जिससे बहुत से लोग पीड़ित हैं।
हाई स्पीड इंटरनेट का युग अपने साथ कई चीजें लेकर आया है। इसने ऐसी—ऐसी चीजें बनाई हैं, जिसे इससे पहले असंभव माना जाता रहा है। अनेकों फॉर्मेट में और आपकी ऊंगलियों पर कंटेंट उपलब्ध होने के साथ कंटेंट का उपभोग भी बढ़ गया है। लेकिन, दूसरी ओर देर शाम और सोने से पहले कंटेंट देखेने की आदतों के कारण देरी से सोने और अशांत नींद की समस्याएं भी सामने आ रही हैं। इन समस्याओं का उपाय ढूंढ़ने के लिए इस 'विश्व नींद दिवस' पर भारत का स्लीप एक्सपर्ट ड्यूरोफ्लेक्स एक अनूठा और सबसे पहला डिजिटल कैम्पेन ‘भारत का सबसे स्लीपी पेज’ लेकर आया है, ताकि भारत को बेहतर तरीके से नींद लेने में सहायता की अपनी प्रतिबद्धता को जारी रखा जा सके। इसके लिए ब्रांड ने भारतीय फुटबॉल के सबसे प्रतिष्ठित और सफल खिलाड़ी सुनील छेत्री को अपने साथ जोड़ा है, ताकि एक अच्छी नींद की दिनचर्या अपनाने का संदेश लोगों तक पहुंचाया जा सके। छेत्री ने इससे पहले एक गहरी और अच्छी नींद, रात में जल्दी सोने और बेडरूम में डिवाइस का उपयोग न करने के महत्व के बारे में कई मंचों पर कहा है। इस वजह से वे इस ब्रांड के लिए सबसे योग्य एम्बैसेडर हैं। यह एक ऐसा ब्रांड है जो नींद के महत्व को अच्छी तरह समझता है और एक स्वस्थ नींद के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाने के प्रति समर्पित है। यह कैम्पेन 3 डिजिटल फिल्मों पर तैयार किया गया है जिसमें आप छेत्री को बोलते हुए देखेंगे कि रोमांचक से भरे कंटेंट देखने से लोगों को नींद लेने में मदद नहीं मिलेगी और इसकी बजाय उन्हें कुछ ग़ैर-रोमांचक चीज़ें करते हुए देखना चाहिए। इससे ना सिर्फ सोते समय उन्हें एनर्जी पाने बल्कि खुद को शांत करने में भी मदद मिलेगी।
विश्व नींद दिवस पर ड्यूरोफ्लेक्स लोगों को एक ऐसी आदत से लड़ने में सहायता कर रहा है, जो उनकी रात की नींद और संपूर्ण स्वास्थ्य को प्रभावित करती है और भरोसेमंद स्रोतों के सहयोग से विश्वसनीय जानकारी फैलाने का काम कर रहा है। रात में स्क्रोलिंग करने की आदत सबसे सामान्य टेक्नोलॉजी से जुड़ी आदतों में से एक है, जिसका नींद पर विपरीत असर पड़ता है। इस असर को कम करने के लिए भारत के स्लीप कोच 'ड्यूरोफ्लेक्स' ने ‘भारत के सबसे स्लीपी पेज’ कैंपेन को लॉन्च किया है।
डिजिटल फर्स्ट कैम्पेन के बारे में ड्यूराफ्लेक्स के सीईओ मोहनराज जे ने कहा, 'हर व्यक्ति बेहतर नींद लेना चाहता है, हालांकि ज्यादातर लोगों को गहरी नींद के लिए मदद की जरूरत होती है। भारत के स्लीप कोच के तौर पर इस विश्व नींद दिवस पर हमने भारत के सबसे स्लीपी पेज जैसी एक अनूठी पेशकश की है, जो भारत में लोगों को अच्छी नींद अपनाने और नींद की कमी को पूरा करने में मदद करने के हमारे प्रयासों पर खरा उतरता है। हम सुनील छेत्री जैसे प्रतिष्ठित खिलाड़ी के साथ भागीदारी करते हुए सम्मानित महसूस कर रहे हैं जो हमें इस कैम्पेन के उद्देश्य को आगे ले जाने में सहायता करेंगे।'
इतना ही नहीं, ड्यूरोफ्लेक्स वेबसाइट पर रात को स्क्रोल करने और खरीदारी करने वाले ग्राहकों को एक एडवाइजरी मिलेगी, जिसमें बताया जाएगा कि ‘देर रात खरीदारी करना उचित नहीं है।’ इसके जरिये ड्यूरोफ्लेक्स उत्पादों की बिक्री के बजाय ग्राहकों के नींद के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देता है।
DUROFLEX BECOMES INDIA’S SLEEPIEST PAGE TO CELEBRATE WORLD SLEEP DAY
National, The era of high-speed internet has brought forth a lot of things. It has made things that seemed hitherto unattainable, possible. With content available in multiple formats and at one’s fingertips, content consumption has increased too. But on the flip side, content consumption in the late evenings and before bedtime has led to delayed and disturbed sleep. In order to address this issue, this World Sleep Day, Duroflex, India’s sleep expert has come up with a unique digital-first campaign, ‘India’s Sleepiest Page’, to continue its commitment to helping India sleep better. The brand has brought Sunil Chhetri, one of the most celebrated players in Indian Football, to help spread the message of adopting a good sleep routine.
On the occasion of World Sleep Day, Duroflex is championing the cause of helping individuals fight a widespread habit that impact their night’s sleep and overall well-being, and spreading authentic information in collaboration with credible voices. Night-time scrolling emerged as one of the most common tech habits which negatively impact sleep. The blue light emitted by digital devices disturbs the circadian rhythm, stimulates the brain, and forces it to feel alert and awake. Consuming exciting content on the internet induces dopamine, the happy hormone, and delays sleep. To counter this impact, India’s sleep coach, Duroflex, has launched the ‘India’s Sleepiest Page’ campaign where the brand will host a series of unexciting content on its digital platforms to help the audience wind down and prepare for a good night's sleep.
Duroflex has roped in sports star Sunil Chhetri, a firm advocate of quality sleep, to feature in their brand film. Chhetri has previously gone on record to talk about the importance of sound sleep, going to bed early, and using no devices in the bedroom. This makes him a great fit for a brand that understands the importance of sleep and is devoted to spreading awareness about healthy sleep. The campaign is built on 3 digital films in which one can see Chhetri talking about how consuming exciting content is not going to help people sleep and that they should rather watch him do some unexciting stuff that will not energize their brain at bedtime, instead helping them wind down.
Commenting on the digital-first campaign, Mohanraj J., CEO, of Duroflex said,“ Everyone wants to sleep better, however, most need help to get sound sleep. As India’s sleep coach, this World Sleep Day, we have created a unique offering like India’s Sleepiest Page, which stands true to our endeavor to get India to adopt good sleep patterns and bridge any sleep gaps. We are honored to partner with a renowned sportsperson like Sunil Chhetri, who will help us forward the objective of this campaign”
In addition to this, customers visiting Duroflex’s website to scroll and shop at night will receive an advisory saying ‘shopping late at night is not advisable’. By doing so, Duroflex prioritizes consumer sleep health over product sales.