
यूएपीए के तहत दर्ज किया गया मुकदमा
राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के मामले पर राज्य पुलिस प्रमुख का कहना है कि हत्यारों में से एक के पाकिस्तान से तार जुड़े हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में शांति बनाए रखने की अपील की है. साथ ही केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एनआईए को पाकिस्तान से आरोपियों संबंधों के बीच मामले की जांच का निर्देश भी दिए.
राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठर ने 29 जून को बताया कि दर्जी कन्हैयालाल की हत्या को आतंकी घटना मानते हुए गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया गया है. हत्या के आरोपी गौस मोहम्मद और मोहम्मद रियाज को वारदात वाले दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था. मामले की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी करेगी. राजस्थान पुलिस के प्रमुख का कहना है कि कन्हैयालाल की हत्या का आरोपी गौस मोहम्मद 2014 में कराची गया था.
उसने दावत-ए-इस्लामी के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था डीजीपी ने कहा कि हम इस घटना (सिर काटने की घटना) को आतंकी कृत्य मान रहे हैं. दावत-ए-इस्लामी का नाम आने के बाद पाकिस्तान ने कहा है कि मीडिया रिपोर्टों में पाकिस्तान के एक संगठन का नाम आरोपियों से जोड़ा जा रहा है. पाकिस्तान ने अपने बयान में उन आरोपों को खारिज कर दिया है.
राजस्थान पुलिस का कहना है कि कन्हैयालाल ने सोशल मीडिया पर पूर्व बीजेपी नेता नूपुर शर्मा का समर्थन किया था. नुपूर शर्मा पर पैगंबर मोहम्मद के अपमान का आरोप है और पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है.
राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सर्वदलीय बैठक में कन्हैयालाल की हत्या करने वाले दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है. मुख्यमंत्री ने मामले में "त्वरित गिरफ्तारी" करने के लिए राजस्थान पुलिस की भी सराहना की. गहलोत ने कहा कि राजस्थान एसओजी और एटीएस जांच में पूरा सहयोग करेंगे, उन्होंने कहा कि पूरा राज्य मृतक के परिवार के साथ खड़ा है.
गहलोत ने कहा, "उदयपुर की घटना धार्मिक नहीं, बल्कि आतंकी घटना है. अपराधियों के तार गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से मिले है. राज्य सरकार द्वारा बिना देरी अपराधियों को कठोर सजा दिलाई जाएगी. हम सभी को एकजुट होकर शांतिपूर्वक तरीके से ऐसी घटनाओं की निंदा करनी चाहिए."
गहलोत ने कहा है कि इस घटना में मुकदमा यूएपीए के तहत दर्ज किया गया है इसलिए अब आगे की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा की जाएगी जिसमें राजस्थान एटीएस पूरा सहयोग करेगी. उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन पूरे राज्य में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करें व उपद्रव करने के प्रयासों पर सख्ती से कार्रवाई करें.
विपक्षी दल बीजेपी की नेता और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि राज्य सरकार की उकसाने वाली और तुष्टिकरण की नीतियों के चलते राज्य में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं हो रही हैं.
उत्तर प्रदेश के देवबंद में जमीयत उलमा-ए-हिंद के दोनों गुटों के अध्यक्षों ने राजस्थान के उदयपुर में हुई घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है. घटना को मानवता के लिए कलंक बताया है. जमीयत के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व राज्यसभा सांसद मौलाना महमूद मदनी ने कन्हैयालाल की हत्या को मानवता पर कलंक बताया है. उन्होंने कहा कि हत्यारा कोई भी हो, किसी को भी कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. मदनी ने कहा जमीयत सभी प्रकार के कट्टरवाद के खिलाफ है.
कन्हैया लाल के बेटे यश ने बताया कि मुख्यमंत्री गहलोत से उनकी मुलाक़ात हुई और मुख्यमंत्री ने आर्थिक मदद और सरकारी नौकरी देने की बात कही है.यश ने बताया,” हमने उनसे ख़ुद की सुरक्षा की भी मांग की है. जिन लोगों ने मेरे पिता के साथ ऐसा किया उनको फांसी की सज़ा मिलनी ही चाहिए ,यही हमारी मांग है.”
क्या है उदयपुर हत्या मामला
राजस्थान के उदयपुर में 28 जून को दो लोगों ने एक दर्ज़ी की दुकान में घुसकर धारदार हथियार से हमला करके उनकी हत्या कर दी.
इस दौरान हमलावरों ने हत्या का वीडियो भी बनाया और इसे सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया. हत्या के बाद उन्होंने एक और वीडियो बनाया जिसमें दोनों हमलावरों ने यह कुबूल किया है कि उन्होंने दर्ज़ी कन्हैयालाल की हत्या की. इस वीडियो में इन दोनों ने ये भी दावा किया है कि यह हत्या बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की पैग़ंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी का बदला है.
दोनों अभियुक्तों की पहचान मोहम्मद रियाज़ और गौस मोहम्मद के रूप में हुई है. राजस्थान पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें मंगलवार को ही राजसमंद ज़िले से गिरफ़्तार कर लिया था.