
महिला क्रिकेट में सुधार की संभावना
बीसीसीआई अब पुरुषों की तरह महिला क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए भी आईपीएल के दरवाज़े खोल रहा है.हालांकि आंशिक रूप से ही सही लेकिन साल 2018 से बीसीसीआई "महिला टी-20 चैलेंज" का आयोजन करता रहा है.
अब बीसीसीआई ने देर से ही सही लेकिन पिछले दिनों यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया कि साल 2023 से महिला क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए भी अलग से आईपीएल का आयोजन किया जाएगा, जिसमें छह टीमें हिस्सा लेंगी.
'महिला टी-20 चैलेंज' की जगह 'महिला आईपीएल' होगा नाम
इसके बाद यह "महिला टी-20 चैलेंज" की जगह "महिला आईपीएल" के नाम से जाना जाएगा.
वैसे "महिला टी-20 चैलेंज" का पिछला संस्करण साल 2020 में आयोजित हुआ था. उसके बाद अब जाकर बीसीसीआई तीन टीमों के बीच "महिला टी-20 चैलेंज" का आयोजन कर रहा है. इन तीनों टीमों के नाम हैं "आईपीएल सुपरनोवा", "आईपीएल ट्रेलब्लेज़र्स" और "आईपीएल वेलोसिटी".
आईपीएल सुपरनोवा की कप्तान भारत की हरमनप्रीत कौर, आईपीएल ट्रेलब्लेज़र्स की कप्तान भारत की स्मृति मंधाना और आईपीएल वेलोसिटी की कप्तान भारत की ही दीप्ति शर्मा हैं. इस तरह से तीनों टीमों की कमान भारतीय खिलाड़ियों के हाथों में है.
आईपीएल सुपरनोवा में हरमनप्रीत कौर के अलावा आयुषी सोनी, चंदू वैंक्टेशप्पा, हरलीन देयोल, मानसी जोशी, मेधना सिंह, मोनिका पटेल, मुस्कान मलिक, पूजा वस्त्रकर, प्रिया पूनियाँ, राशी कनौजिया और तान्या भाटिया हैं.
टीम में विदेशी खिलाड़ी के रूप में ऑस्ट्रेलिया की अलाना किंग शामिल हैं. उन्होंने 68 विश्व टी-20 मैच खेलकर 280 रन बनाने के अलावा 54 विकेट लिए हैं. ज़ाहिर है वह उपयोगी ऑलराउंडर हैं.
वेस्ट इंडीज़ की डिएंड्रा डॉटिन भी सुपरनोवा की ताक़त बढ़ाएंगी. वह बेहद आक्रामक बल्लेबाज़ मानी जाती हैं. उन्होंने 124 विश्व टी-20 मैचों में 2680 रन बनाए हैं जिनमें दो शतक और 12 अर्धशतक शामिल है. वह 61 विकेट भी ले चुकी हैं.
इनके अलावा दक्षिण अफ्रीका की सुने लूस का अनुभव भी टीम के काम आ सकता है. उन्होंने 83 विश्व टी-20 खेलकर 866 रन बनाने के अलावा 47 विकेट भी हासिल किए हैं. इसी साल न्यूज़ीलैंड में आयोजित हुए विश्व कप के सेमीफ़ाइनल में उन्होंने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 100वां एकदिवसीय विश्व मैच खेला था.
आईपीएल ट्रेलब्लेज़र्स में कप्तान स्मृति मंधाना के अलावा अरुंधती रेड्डी, जेमिमा रॉड्रिक्स, पूनम यादव, प्रियंका प्रियदर्शनी, राजेश्वरी गायकवाड़, रेणुका सिंह, रिचा घोष, सब्भीनेनी मेघना, सैका इशाक़, श्रद्धा पोखरकर और सुजाता मलिक शामिल हैं. टीम में विदेशी खिलाड़ियों के तौर पर वेस्ट इंडीज़ की हेली मैथ्यूज़ हैं जो 61 विश्व टी-20 मैच खेलकर 1055 रन और 58 विकेट ले चुकी हैं. उनके अलावा बांग्लादेश की सलमा ख़ातून और शरमीन अख़्तर भी टीम में शामिल हैं.
टूर्नामेंट की तीसरी टीम वेलोसिटी में कप्तान दीप्ति शर्मा के अलावा आरती केदार, कीर्ति जेम्स, किरण नवगिरे, माया सोनावाने, प्रणवी चंद्रा, राधा यादव, शेफाली वर्मा, शिवाली शिंदे, सिमरन बहादुर, स्नेह राणा और यस्तिका भाटिया शामिल हैं. टीम में दक्षिण अफ़्रीका की अयाबोंगा खाका और लॉरा वोलवार्ड भी हैं.
कितनी होगी पुरस्कार राशि?
वैसे तो पुरुषों के आईपीएल में विजेता टीम को ट्रॉफ़ी के अलावा कितनी इनामी राशि मिलेगी और कौन-सी टीम के किस खिलाड़ी को कितना पैसा मिल रहा है यह सबको पता होता है, लेकिन महिलाओं के इस आईपीएल में विजेता टीम को कितना इनाम मिलेगा और किस महिला खिलाड़ी को कितना पैसा मिलेगा, इसकी अब तक किसी को जानकारी नहीं है.
सवाल यह है कि इस तरह के सीमित मैचों से महिलाओं के आईपीएल को कितनी कामयाबी मिलेगी और क्या इससे भारत के महिला धरेलू क्रिकेट में भी कुछ सुधार होगा?
इसके जवाब में क्रिकेट समीक्षक अयाज़ मेमन कहते हैं, "एक तरह से देखें तो यह बीसीसीआई का बहुत अच्छा निर्णय है क्योंकि महिला क्रिकेट में इसकी मांग भी थी. भारत की जितनी भी महिला क्रिकेटर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रही हैं वह भी चाहती थीं कि उन्हें आईपीएल में खेलने का अवसर मिले. वैसे तो महिला आईपीएल अगले साल से होगा लेकिन महिला टी-20 चैलेंज उसी दिशा में उठाया गया कदम है."
हालांकि इसका तयशुदा कार्यक्रम भी सही नहीं है क्योंकि जो टीम एक दिन साढ़े सात बजे मैच खेलने वाली है तो वहीं टीम अगले ही दिन का मैच दिन में साढ़े तीन बजे होगा. यह तो उस टीम के साथ ज़्यादती है क्योंकि इतनी भीषण गर्मी में दो मैच 24 घंटे के अंदर ही खेलना सही नहीं माना जा सकता है.
पुरस्कार राशि और महिला खिलाड़ियों को मिलने वाले पैसे की गोपनीयता को लेकर अयाज़ मेमन मानते हैं कि सस्पेंस शायद इसलिए है क्योंकि बीसीसीआई को भी अभी पूरी तरह मालूम नहीं है कि प्रसारण के अधिकार से कितना पैसे मिलेगा? अभी यह भी मालूम नहीं है कि इससे कुल कितनी आमदनी होगी?
वह कहते हैं, "पुरुषों के आईपीएल में सबसे अधिक पैसा ब्रॉडकास्टिंग राइटस यानि प्रसारण अधिकार से आता है. हो सकता है महिला आईपीएल या टी-20 चैलेंज के लिए प्रसारण अधिकार से उस तुलना में कमाई ना हो लेकिन क्योंकि यह प्रोफेशनल क्रिकेटर हैं और भारत के महिला क्रिकेट खिलाड़ी भी बिग बैश लीग के अलावा दूसरी प्रोफेशनल लीग में खेलती हैं. ऐसे में यह इसलिए बहुत ज़रूरी हो जाता है कि जो भी शर्तें है उसे सावर्जनिक किया जाए."
तीन ही टीमें होने के कारण सीमित विदेशी खिलाड़ियों की भागेदारी को लेकर अयाज़ मेमन कहते हैं कि यह सही है क्योंकि जो विदेशी महिला खिलाड़ी उपलब्ध हैं वह आ रही हैं.
बिग बैश लीग जैसी कामयाब लीग से तुलना को लेकर अयाज़ मेनन कहते हैं, "सबसे बड़ी बात कि आपके पास दर्शक कितने हैं? अगर दर्शक आते हैं चाहे वो मैदान में हों, टीवी पर हों या डिटिजल प्लेटफ़ार्म पर, तो फिर महिला आईपीएल कामयाब रहेगा. इसके अलावा इसका समय और प्रसारण सही किया जाए तो नतीजे अच्छे आ सकते है. अगर इसे दर्शक नहीं मिलते हैं तो फिर यह जानने की कोशिश भी होनी चाहिए कि महिला क्रिकेट के लोकप्रिय होने के बावजूद ऐसा क्यों हो रहा है?"
महिला आईपीएल के आने से घरेलू महिला क्रिकेट स्वभाविक रूप से सुधरने के सवाल को लेकर अयाज़ मेमन कहते हैं, "यह सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके बिना ना तो अगले साल छह टीमों के साथ लीग खेलने वाली फ्रेंचाइज़ी को अच्छे खिलाड़ी मिलेंगे और ना ही भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी मिलेंगे जो बुनियादी रूप से बहुत ज़रूरी है."
"अच्छी बात तो यह है कि अगर महिला आईपीएल या महिला चैलेंज लगातार होता है तो भारत में महिला खिलाड़ियों की मांग बढ़ेगी और युवा खिलाड़ियों में खेलने की इच्छा भी बढ़ेगी."
बीबीसी से सभार, आदेश कुमार गुप्त खेल पत्रकार,