
बदले दौर के युथ
नया करने से लेकर कुछ कर गुजरने और करियर के प्रति गंभीर युवा हमेशा से नए ट्रेंड को अपनाते—बनाते रहे हैं. बीते दो सालों में कोरोना से उपजी कोविड—19 महामारी ने उनके कई सपने चूर कर दिए हैं. फिर भी इसे युवाओं ने एक संकल्प के तौर पर नया ट्रेंड भी विकसित किया है.
हालांकि इस दौरान बहुत कुछ छूट गया और मौज—मजे के ट्रेंड कुम्हला गए. फिर भी जोश और जज्बा बना रहा. अगर उनके दस ट्रेंड की बात करें तो उसे निम्न तरह से क्रम दिया जा सकता है—
1. करियर: अगर बीते साल और आने वाले समय के अनुसार देखें तो युवाओं में करियर के प्रति बेचैनी बढ़ी है. वे पढ़ाई के लिए प्रोफेशनल कोर्स, नौकरी करने से लेकर अपने पैरों पर खड़ा होने के साथ—साथ रोजगार सृजन के लिए भी सक्रिय हो गए हैं. उन्होंने अपने पारंपरिक संसाधनों के साथ ग्लोबल संसाधनों को जोड़कर नया ट्रेंड कायम किया है. इसमें यूट्यूब, गूगूल, सोशल साइट्स के प्लेटफार्म, टेक्नोलॉजी, इंटरनेट और कंप्यूटिंग की नई—नई सुविधाएं देने वाले दूसरे संसाधनों का इस्तेमाल बढ़ा है. वाई—फाई बीते जमाने की बात बन चुकी है, तो उनका रूझान क्लाउड कंप्यूटिंग की ओर बढ़ा है.
2.डिजिटल दौर: सभी किस्म के युवाओं में डिजिटल दौर ने नया ट्रेंड स्थापित कर लिया है. इसकी शुरूआत अगर रोजमर्रे की जिंदगी में पैसा लेनदेन से करें, या फिर आनलाइन ई—कॉमर्स के इस्तेमाल में बढ़ोत्तरी की बात करें. अच्छी बात यह है कि इसके प्रति उनका भरोसा बना है, जबकि इसमें जालसाजी की काफी आशंका भी बनी रहती है. इस दौर में पढ़ाई से लेकर परीक्षा तक के ट्रेंड को युवाओं ने सहर्ष अपनाया है. यह कहा जा सकता है वीडियो कंफ्रेंसिंग, वीडियो कॉलिंग और वर्चुअल मीटिंग का नया ट्रेंड बना गया है. इसी दौरान यूथ का संपर्क कंप्यूटिंग के नए तकनीक और डेटा इस्तेमाल की जरूरतों के साथ भी हुआ.
3. एंटरटेनमेंट: मनोरंजन का ट्रेंड भी युवाओं में समय—समय पर बदलता रहा है. बीते दो सालों में इसने इस ट्रेंड को ही बदलकर रख दिया है. यूथ का सबसे सुलभ एंटरटेनमेंट फिल्में रही हैं, उनमें वीडियो गेम, बड़े—बड़े कंसर्ट लाइव शोज और स्पोर्ट्स को भी शामिल किया जा सकता है. बड़ा पर्दा, बड़ा मंच और खचाखच दर्शकों से भरा रहने वाला विशाल खेल का मैदान 6 इंच के मोबाइल में समा गया है. नतीजा मनोरंजन सामाजिक, पारिवारिक न होकर पूरी तरह से एकल हो गया है. कहने को ओटीटी के रूप में दर्जनों प्लेटफार्म बन गए हैं, लेकिन उनमें मनोरंजन से मिलने वाले उमंग, उत्साह और शोर—शराबे वाले आनंद की कमी रही है. फिर भी इसमें मनपसंद एंटरटेनमेंट चयन के कई विकल्प मिल गए हैं.
4. फैशन: यूथ का फैशन ट्रेंड अक्सर कैम्पस में दिखाई पड़ता रहा है, या फिर मॉल, मल्टीप्लेक्स या शादी—विवाह में. वे सारे माहौल नदारत दिखे. विवाहोत्सव तो दिखा, जिसमें सिर्फ औपचारिकताएं ही निभाई गईं. ऐसे में यह कहना सही होगा कि स्टाइलिश फैशन के प्रति युवाओं के रूझान में कमी आई. फैशन जगत से जुड़े शोधकर्ता को भी कुछ नया करने का मौका नहीं के बराबर मिल पाया. किंतु हां टैटू बनाने का चलन जोरों पर बना रह. इनमें इन दिनों काफी चलन में बना हुआ यूवी टैटू है. यह ऐसे टैटू होते हैं, जो सामान्य टैटू की अपेक्षा बहुत अलग होते हैं. रात में इन टैटू का प्रभाव और खूबसूरती कुछ और ही होता है. इसलिए इन्हें ‘ब्लैक लाइट टैटू’ भी कहा जाता है.
5. ट्रैवलिंग: ट्रैवलिंग करने के बदले हुए तौर—तरीके को यूथ ने एक नए ट्रेंड की तरह अपनाया. वर्क फ्राम होम या आनलाइन स्टडी के दौरान यूथ ने छुट्टी लेने की जरूरत ही समझी, लेकिन अधिकतर को सबसे अधिक पसंद आने वाली बात रही काम के साथ-साथ घूमना—फिरना. या कहें कि ट्रैवलिंग के एंज्वाय के साथ कामकाज या पढ़ाई को भी शामिल कर लिया गया. यह कहा जा सकता है कि वर्क फ्रॉम होम के साथ पर्यटन के शौकीनों के लिए एक मजेदार विकल्प साबित हुआ. युवाओं ने अपना लैपटॉप उठाया और अपनी मनपसंद जगह पर चले गए. यह ट्रेंड यूथ को तरोताजा करने जैसा बना हुआ है. इस सिलसिले में यूथ की पहली पसंद बनने वाले जगहों में भारत के अछूते जगहों के अलावा इको—फ्रैंडली प्लेस भी रहे. युवाओं ने गांवों की ओर भी रूख किया और नए सिरे से अपने देश को समझने की कोशिश की. रोडट्रिप, हिस्टोरिकल प्लेस, ट्रैकिंग, रिवर राफ्टिंग वाले जगह भी पसंदीदा बन गए.
6.सोशल साइट्स: यूथ के लिए सोशल साइट्स भी किसी नए और रोमांचित करने वाले ट्रेंड की तरह सामने आया है. इसमें दिन प्रतिदिन उनका झुकाव बढ़ा है. इनमें फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम सबसे पसंदीदा ट्रेंड बना है. युवाओं के बीच नए—नए क्रिएटिव बनाने से लेकर वीडियो शूट,मिमिक्री करने और डांस—म्यूजिक जरिए फॉलोअर्स बनाने का ट्रेंड भी बन चुका है.
7. स्टार्टअप: घटती सरकारी नौकरियों की वजह से इन दिनों युवाओं में नए स्टार्टअप का ट्रेंड भी बना है. इसमें प्रोफेशनल कोर्स करने वाले से लेकर हुनरमंद युवाओं की अच्छी—खासी टीम रोजगार पैदा करने और कारोबार के क्षेत्र में आ चुके हैं. स्टार्टअप अमूमन हर क्षेत्र में किया जाने लगा है.
8. डेटिंग: युवाओं के हाथ में स्मार्टफोन आने के बाद से डिजिटल डेटिंग का का चलन बढ़ा है. दोस्ती बनाने और उसे प्रगाढ़ बनाने के लिए वर्चुअल डेटिंग के कई एप्स काफी लोकप्रिय हैं. खासकर प्रेम युगल के लिए यह वरदान साबित हुआ है.
9. गजेट्स: टेक्नोलॉजी के बढ़ते इस्तेमाल और डिजिटल हो चुकी लाइफ में गजेट्स ने अपनी खास जगह बना ली है. इलेक्ट्रानिक्स गजेट चाहे स्मार्टफोन के एसेसरीज के रूप में हो या फिर हेल्थ, फिटनेस, कम्युनिकेशन,सर्विलांस, कीचन आदि के लिए हों, उनके प्रति लोगों का काफी झुकाव बढ़ा है. बाजार में नया गजेट्स आते ही उसे जांचने—परखने की पहल युवाओं द्वारा ही की जाती है.
10 रीडिंग: यूथ में एक नया ट्रेंड रीडिंग का भी काफी डेवलप हुआ है. आज के युवा अंग्रेजी के साथ—साथ हिंदी और दूसरी रीजनल लैंग्वेज की साग्रियों को पढ़ने के प्रति काफी दिलचस्पी दिखाई है. यही कारण है इसके कई एप पर लाखों में पाठक देखे जा सकते हैं. फिक्शन, क्राईम, टेक्नोलॉजी, फूड आदि के बारे में पढ़ने की जिज्ञासा काफी तीब्र हुई है.