
16 हजार से अधिक गीतों की गायिका आशा भोसले
आज साल के नौंवें माह के आठवां दिना है। इस दिन की कई ऐतिहासिक महत्व की घटनाएं इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं। उन्हीं में एक है 16 हजार से ज्यादा गाए गीतों की मलिका आशा भोसले का जन्मदिन भी है।
हजारों गीतों को अपनी आवाज़ से अमर बना देने वाली आशा भोसले को भारतीय सिने जगत की सर्वकालिक महान गायिकाओं में गिना जाता है. 8 सितम्बर 1933 को जन्मी आशा ने 16 हजार से ज्यादा फिल्मी और गैर फिल्मी गीत गाये हैं. हिंदी के अलावा उन्होंने मराठी, बंगाली, गुजराती, पंजाबी, भोजपुरी, तमिल, मलयालम, अंग्रेजी और रूसी भाषा में भी बहुत से गीत गाए हैं.
आशा भोसले ने परिवार की इच्छा के खिलाफ सिर्फ 16 साल की उम्र में की थी 31 वर्षीय भोसले से शादी.
हुआ 'माले गांव' बम ब्लास्ट
8 सितंबर का दिन भारत के इतिहास में एक काला अध्याय के रूप में याद किया जाता है. इसी दिन महाराष्ट्र के माले गांव भयानक बम ब्लास्ट हुआ था.दरअसल, 8 सितंबर 2006 को महाराष्ट्र राज्य के नासिक जिले में बम विस्फोट हुआ. यह विस्फोट मालेगांव शहर के एक बड़े कब्रिस्तान व मस्जिद के करीब किया गया था.
इस खतरनाक हादसे में लगभग 37 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी. इसी के साथ ही 125 से अधिक लोग जख्मी हुए थे.यह विस्फोट उस समय हुआ जब मुस्लिम धर्म के लोग पास की मस्जिद से जुमा की नमाज़ अदा करने मस्जिद की ओर जा रहे थे. भारतीय समयानुसार 1 बजकर 15 मिनट पर यह विस्फोट आतंकियों द्वारा किया गया था.
रिपोर्ट के अनुसार इस विस्फोट के लिए दो साइकिलों का इस्तेमाल किया गया, जो एक सिलसिलेवार बम ब्लास्ट था. इस हादसे के बाद शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया. हिंसा को रोकने के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में राज्य अर्धसैनिक बलों को तैनात कर दिया गया था. इस बम ब्लास्ट के बाद महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दल (एटीएस) ने शुरुआत में छात्र इस्लामी आंदोलन के मुस्लिम छात्रों को आरोपी करार दिया, मगर 2013 में हिन्दू चरमपंथी अभिनव भारत संगठन के सदस्यों को इसका दोषी पाया गया.
इस घटना के संबंध ने पहले 9 मुस्लिमों को आरोपी बताते हुए गिरफ्तार किया था. बाद में 4 हिन्दू धर्म से ताल्लुक रखने वाले आतंकियों को गिरफ्तार किया. इन सभी का संबंध अभिनव भारत से था.
आगे, 25 अप्रैल 2016 को कोर्ट ने 9 मुस्लिम आरोपियों को रिहाई का फरमान जारी किया. जिस वक़्त यह आर्डर आया उस समय उन 9 निर्दोष लोगों में एक की मौत हो चुकी थी.
विश्व साक्षरता दिवस
प्रत्येक वर्ष 8 सितंबर के दिन पूरे विश्व में साक्षरता दिवस के रूप में मनाया जाता है. यूनेस्कों ने विश्व स्तर पर शिक्षा को बढ़ावा देने व उसकी अहमियत को लोगों तक पहुँचाने के मकसद से इस आयोजन की शुरुआत करने का फैसला किया.
विश्व साक्षरता दिवस मनाने का यह फैसला 17 नवंबर 1965 की लिया गया. इसके अगले साल 8 सितंबर 1966 को पहली बार विश्व साक्षरता दिवस मनाया गया. तभी से प्रत्येक वर्ष 8 सितंबर को अन्तराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के रूप में मनाया जाने लगा.
किसी भी देश की तरक्की तभी संभव है, जब वहाँ की जनता सम्पूर्ण रूप से साक्षर होगी. मानव समाज के विकास या नागरिकों को अपने अधिकार को जानने के लिए पढ़ा लिखा होना ज़रूरी है.
ऐसा इस लिए कि, मानव से ही समाज और समाज से देश बनता है. आकड़ों की मानें तो अफ्रीका व एशिया की साक्षरता दर सबसे कम है. आज भी दुनिया में लगभग 20 प्रतिशत से अधिक लोग निक्षर हैं.
भारत की बात करें तो भारत में 75 प्रतिशत के आसपास साक्षरता दर है. इनमें महिलाओं की साक्षरता सबसे कम है. इसी के साथ ही भारत के केरल में सबसे अधिक लगभग 95 प्रतिशत के करीब लोग साक्षर हैं वहीं बिहार की स्थिति दयनीय है. यहां 63 प्रतिशत लोग ही साक्षरता के अंर्तगत आते हैं.
ये एक चिंता का विषय है. इसके बारे में सोच विचार करने और शिक्षा का स्तर ऊँचा करने के लिए कोई ठोस कदम उठाये जाने की आवश्यकता है. लोगों में जागरूकता लाने के लिए यह दिन हम सब के लिए बहुत खास है.
मैसेडोनिया की आज़ादी को लेकर हुआ जनमत संग्रह
8 सितंबर 1991 को मैसेडोनिया देश को युगोस्लाविया के हाथों स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी. इस लिहाज से ये दिन मैसेडोनिया नागरिकों के लिए बड़ा खास होता है. आज़ादी का जश्न मनाने के लिए यहां पर 8 सितंबर को सार्वजनिक अवकाश प्राप्त है.
यह यूरोप के महाद्वीप पर स्थित एक प्राचीन स्थानों में से एक है. शायद इसी वजह से यहां पर सालों से यूरोपीय सभ्यता का बोलबाला रहा. इसकी स्वतंत्रता को लेकर दिलचस्प बात यह है कि यहां 8 सितंबर 1991 को मैसेडोनिया को एक स्वतंत्र गणराज्य बनाने के लिए जनमत संग्रह का आयोजन किया गया था.इस जनमत संग्रह में लगभग 95 प्रतिशत नागरिकों ने आज़ादी के लिए मतदान किया था.
इसके बाद युगोस्लाविया के साथ अपनी कुछ सीमा रेखा में कुछ परिवर्तन से दोनों देशों के बीच मैसेडोनिया को स्वतंत्र करने की सहमति बनी. 18 सितंबर 1991 को मैसेदोनियाई संसद में जनमत संग्रह का परिणाम बताया गया.
लोगों को आज़ादी के साथ जीने का हक मिला. 17 नवंबर 1991 को यहां नया सविंधान अपनाया गया, मगर तभी से 8 सितंबर को मैसेडोनिया में जश्ने यौमे आज़ादी के रूप में मनाया जाता है. इस दिन मैसेडोनियन नागरिक खुशी में नाचते गाते हैं. कई सांस्कृतिक और ऐतिहासिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है.
2005 में देश को अधिकारिक तौर में यूरोपीय संघ के उम्मीदवार के रूप में मान्यता दी गई.
जब गाजी मलिक बना दिल्ली का सुल्तान
8 सितंबर 1320 को तुगलक वंश के बानी (संस्थापक) गाजी मलिक दिल्ली के सुल्तान बने थे. इन्हें इतिहास में गयासुद्दीन तुगलक के नाम से जाना जाता है. इससे पहले वो खिलजी वंश के शासक कुतुबुद्दीन मुबारक खिलजी के समय उत्तर पश्चिम सीमांत प्रान्त का एक शक्तिशाली व साहसी गवर्नर था.
सुल्तान बनने के बाद उन्होंने आर्थिक सुधार के लिए कई ठोस कदम उठाये. उस दौरान गयासुद्दीन ने कृषि को बढ़ावा देने के लिए लगान की रकम भी कम कर दी. इसी के साथ ही सिचाई को सुगम बनाने के लिए कई नहरों व कुओं का निर्माण भी कराया.
गयासुद्दीन तुगलक एक बलवान व निडर बादशाह था. उसने अपने शासन काल में कई बार मंगोंलो के आक्रमण को असफल बनाया था. इसके बावजूद वो एक उदारवादी व्यक्ति भी था. उसने जनकल्याण कार्यों के लिए कई बड़े दान दिए.
जनता के प्रति सच्ची व ईमानदारी न्याय व्यवस्था के लिए न्याय विभाग की भी स्थापना करवाई. इनके शासन काल में तुगलकाबाद नामक दुर्ग का भी निर्माण कराया गया था.
8 सितंबर का इतिहास: 16 हजार से ज्यादा गाए गीत, आज है सुरीली आवाज़ की मलिका आशा भोसले का जन्मदिन
आठ सितंबर की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
- 1320 : गाजी मलिक को सुलतान का रूतबा हासिल हुआ.
- 1504 : इटली के फ्लोरेंस में माइकल एंजेलो की प्रसिद्ध कलाकृति डेविड का लोकार्पण.
- 1900 : टेक्सास के गैलवेस्टोन में चक्रवाती और ज्वारीय तूफान से 6000 लोगों की मौत.
- 1926 : महान संगीतकार और गायक भूपेन हज़ारिका का जन्म.
- 1943 : द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान इटली ने मित्र सेना के साथ बिना शर्त युद्धविराम संधि पर हस्ताक्षर किए.
- 1952 : जेनेवा में कॉपीराइट के लिये पहले विश्व सम्मेलन में भारत समेत 35 देशों ने हिस्सा लिया.
- 1960 : भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पति फीरोज गांधी का निधन.
- 1962 : चीन ने भारत की पूर्वी सीमा में घुसपैठ की.
- 1966 : लोगों को पढ़ाई के प्रति जागरूक करने के लिए यूनेस्को ने साक्षरता दिवस मनाने की शुरुआत की.
- 1988 : जाने माने व्यवसायी विजयपत सिंघानिया अपने माइक्रो लाइट सिंगल इंजन एयरक्राफ्ट से लंदन से अहमदाबाद पहुंचे.
- 2002 : नेपाल में माओवादियों ने 119 पुलिस कर्मियों को मार डाला.
- 2006 : महाराष्ट्र के नासिक ज़िले में मालेगांव बम धमाके.
- 2008 : अमेरिकी पत्रिका फोर्ब्स ने भारतीय अरब पति लक्ष्मी मित्तल को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित करने की घोषणा की.
- 2019 : प्रख्यात न्यायविद्, कानून के ज्ञाता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री राम जेठमलानी का निधन