डायना की मौत विवादित रहा—हादसा या हत्या!
कहते हैं वक्त कभी एक सा नहीं रहता, बदल जाए तो तकदीरें बदल देता है। इसे वक्त की मार नहीं तो और क्या कहेंगे कि एक समय परिकथा सी लगने वाली ब्रिटेन की राजवधू डायना की जिंदगी 31 अगस्त, 1997 को एक त्रासदी में बदल गई। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पुत्र एवं राज सिंहासन के दावेदार राजकुमार चार्ल्स के साथ डायना स्पेंसर की 1981 में हुई शादी सारी दुनिया के लिए एक बड़ी खबर थी, लेकिन 31 अगस्त 1997 को एक कार दुर्घटना में डायना की मौत इससे भी बड़ी खबर बनी जिसने ब्रिटेन
के शाही परिवार को झकझोर कर रख दिया।
31 अगस्त 1997 को जब राजकुमारी डायना अपने मिस्र मूल के दोस्त डोडी अल फयाद के साथ पेरिस के एक होटल से निकलीं तब मोटरसाइकिल पर सवार कुछ फोटोग्राफरों ने उनका पीछा किया. उनकी मर्सिडीज कार शहर के बीच बनी एक सुरंग से गुजर रही थी. इस सुरंग में तेज रफ्तार से भाग रही उनकी कार एक फुटपाथ से जा टकराई. हादसे में डायना के साथ फयाद और उनके ड्राइवर हेनरी पॉल की भी मौत हो गई. उस समय डायना सिर्फ 36 साल की थीं.
प्रिंसेस डायना प्रिंस चार्ल्स की पहली पत्नी थीं, उनकी शादी 29 जुलाई 1981 में हुई थी. उनके दो बेटे प्रिंस हैरी और प्रिंस विलियम्स हैं. 28 अगस्त 1996 को प्रिंस चार्ल्स और प्रिंसेस डायना का तलाक हो गया. जब सड़क हादसे में डायना की जान गई तब प्रिंस चार्ल्स दोनों बेटों के साथ स्कॉटलैंड में छुट्टियां मना रहे थे.
प्रिंसेस डायना की मौत पर हादसा और हत्या होने के बीच विवाद बना रहा. शुरुआती फ्रांसीसी छानबीन के बाद हादसे के लिए ड्राइवर पॉल का नशे की हालत में गाड़ी चलाना और पीछा कर रहे पत्रकारों के कारण संतुलन बिगड़ना पाया गया. फरवरी 1998 में फयाद के पिता मुहम्मद अल फयाद ने आरोप लगाया कि यह एक हादसा नहीं बल्कि डायना की हत्या सोची समझी साजिश थी. 2004 में लंदन में इस मामले की फिर जांच शुरू हुई और 2008 में इसे हादसा करार दिया गया. डायना अपने जीवन में समाज कल्याण के कार्यक्रमों से जुड़ी रहने के लिए काफी मशहूर रहीं.
राष्ट्रपति ने दी राज्य पुनर्गठन विधेयक को मंजूरी
31 अगस्त 1956 के दिन भारतीय राष्ट्रपति डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद ने राज्य पुनर्गठन विधेयक को मंजूरी दी. यह विधेयक भारतीय राज्यों के सीमा के आधार पर बंटवारे और उनके भाषाई आधार पर गताहन से संबंधित था. यह आजादी के बाद का एक सबसे महत्वपूर्ण विधेयक था.
आगे यह विधेयक पारित होकर एक्ट बना. अब तक इसमें बहुत सारे संशोधन हो चुके हैं.
आजादी के बाद पूरे देश में भाषाई स्तर पर राज्यों के गठन के लिए आन्दोलन तेज हो चुके थे. दक्षिण भारत में ये आन्दोलन बहुत तेज थे. 1953 में मद्रास राज्य के 16 तेलुगु जिलों ने मिलकर आंध्र प्रदेश नाम का नया राज्य बना लिया था. इसे देखते हुए अन्य जिले भी भाषाई स्तर पर राज्यों के गठन की मांग करने लगे.
इन सब मांगों के बीच जवाहरलाल नेहरु ने 1953 में राज्य पुनर्गठन समिति का गताहन किया. इस समिति ने अगले साल अपनी रिपोर्ट प्रधानमंत्री को सौंपी. इस रिपोर्ट पर विचार-विमर्श के बाद विधेयक बनाया गया. आगे इसे राष्ट्रपति की मंजूरी मिली. 1 नवंबर 1956 को यह एक्ट बन गया.
आगे इस एक्ट के आधार पर अनेक राज्यों का भाषाई आधार पर पुनर्गठन किया गया.
देश-दुनिया के इतिहास में 31 अगस्त की तारीख में दर्ज कुछ अन्य महत्वपूर्ण घटनाएं इस प्रकार है:-
1881 : अमेरिका में पहली टेनिस चैंपियनशिप का आयोजन।
1919 : प्रसिद्ध कवयित्री, उपन्यासकार एवं निबंधकार अमृता प्रीतम का जन्म।
1920 : अमेरिकी शहर डेट्रायट में रेडियो पर पहली बार समाचारों का प्रसारण।
1957 : मलेशिया को ब्रिटेन से आजादी मिली।
1962 : कैरेबियाई देश टोबैगो एवं त्रिनिदाद ब्रिटेन से स्वतंत्र हुए।
1968 : भारत के टू-स्टेज राउंडिंग रॉकेट रोहिणी-एमएसवी 1 का सफल प्रक्षेपण।
1991 : उज्बेकिस्तान और किर्गिस्तान ने सोवियत संघ से स्वतंत्रता की घोषणा की।
1993 : रूस ने लिथुआनिया से अपने आखिरी सैनिकों को वापस बुलाया।
1995: पहली बार एमनेस्टी इंटरनेशनल ने चीन में मानवाधिकार की स्थिति पर आपत्ति दर्ज की।
1997 : ब्रिटेन के राजकुमार चार्ल्स की पत्नी डायना की पेरिस में कार दुर्घटना में मौत।
2005: इराक की राजधानी बगदाद में एक धार्मिक मौके पर फिदायीन हमले के भय से मची भगदड़ में 800 से ज्यादा लोग मारे गये।