
International Yoga Day: 'योग के साथ रहें, घर पर रहें'
पहला अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस आज के दिन ही 2015 में मनाया गया। संयुक्त राष्ट्र में भारत की पहल पर दुनिया के लगभग सभी देश स्वस्थ रहने के लिए योग के प्रसार की इस मुहिम में शामिल हो गए। जो जहां थे वहीं योग किया। भारत, अमेरिक, ब्रिटेन और अरबीयन देशों के अतिरिक्त अंडमान निकोबार से लेक अंटारर्कटिका तक लोगों ने योग की विभिन्न मुद्राओं का अभ्यास कर स्वस्थ जीवन का संदेश दिया।
इस तरह से 21 जून की तारीख ने पिछले कुछ ही बरस में इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल कर लिया है। अन्य तमाम घटनाओं के अलावा यह तारीख अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में इतिहास में दर्ज हो गया और पहली बार जब भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया और देखते ही देखते दुनिया के तमाम देश इस मुहिम में शामिल हो गए और विश्व रिकार्ड बन गया।
भारत सहित दुनिया भर में 21 जून को योग दिवस धूमधाम से मनाया जाता है। 21 जून का दिन साल का 365 दिन में सबसे लंबा दिन होता है और योग के निरंतर अभ्यास से व्यक्ति को लंबा जीवन मिलता है इसलिए इस दिन को योग दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया।
स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि योग आयु की वृद्धि करता है। कोरोना काल में योग की उपयोगिता पहले से काफी बढ़ गई है। कोविड रिकवरी के बाद भी कई लोगों को योग से काफी फायदा मिला है। हो सकता है कि पिछले साल की तरह इस साल भी कोविड-19 (Covid 19) के मद्देनजर, इस वर्ष का अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मनाया जाए। कोरोना के कारण योग दिवस पर कोई भी सामूहिक समारोह या कार्यक्रम सेफ नहीं होगा। हर साल योग दिवस एक निश्चित थीम पर मनाया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम: हर साल योग दिवस अलग - अलग थीम के आधार पर मनाया जाता है. इस साल की थीम है 'बी विद योग, बी, एट होम' होगी यानी 'योग के साथ रहें, घर पर रहें'. पिछले साल 2020 की थीम थी- 'घर में रहकर योग करें.'
पहला योग दिवस: भारत सहित दुनिया भर में 21 जून को योग दिवस धूमधाम से मनाया जाता है और सभी इसमें बढ़ चढ़कर शिरकत करते हैं. 21 जून के दिन की एक खासियत है कि यह वर्ष के 365 दिन में सबसे लंबा दिन होता है और योग के निरंतर अभ्यास से व्यक्ति को लंबा जीवन मिलता है इसलिए इस दिन को योग दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया. 21 जून, 2015 को पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था. संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में भारत की पहल पर दुनिया के लगभग सभी देश स्वस्थ रहने के लिए योग के प्रसार की इस मुहिम में शामिल हुए थे.
11 दिसंबर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (Intertnational Yoga Day) या विश्व योग दिवस माने की घोषणा की थी. जिसके बाद से 2015 से 21 जून को दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाने लगा. 21 जून को उत्तरी गोलार्ध पर सबसे ज्यादा सूर्य की रोशनी पड़ती है, जिससे सबसे लंबा दिन होता है.
बेनजीर भुट्टो का आज जन्मदिन
पाकिस्तान के इतिहास में लगातार दो बार चुनी जाने वाली इकलौती प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो किसी भी इस्लामी देश की पहली प्रधानमंत्री थीं. आज की तारीख का बेनजीर से क्या संबंध है?
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की नेता बेनजीर 1953 में आज ही के दिन कराची में भूतपूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो के घर जन्मी थीं. 1977 में जुल्फिकार अली भुट्टो के तख्तापलट के बाद सेना प्रमुख जनरल जिया उल हक ने उनको बंदी बना लिया और शासन की बागडोर अपने हाथ में ले ली. अपने सहयोगियों की हत्या करवाने के आरोप में 1979 में जुल्फिकार अली भुट्टो को फांसी दे दी गई और इसके बाद बेनजीर को हिरासत में ले लिया गया. 1977 से 1984 के बीच वह कई बार जेल गईं और रिहा हुईं. बाद में वह लंदन जाकर रहने लगीं.
बेनजीर भुट्टो 1988 में भारी मतों से चुनाव जीतकर पाकिस्तान की प्रधानमंत्री बनीं. हालांकि इसके बाद 1990 में राष्ट्रपति गुलाम इसहाक खान ने उन्हें बर्खास्त कर दिया. 1993 में वह फिर चुनाव जीतीं और दोबारा प्रधानमंत्री पद संभाला और 1996 में एक बार फिर भ्रष्टाचार के आरोप में बर्खास्त हो गईं. भ्रष्टाचार के आरोपों से जूझ रहीं बेनजीर ने 1999 में पाकिस्तान छोड़ दिया.2007 में पाकिस्तान में एक चुनावी रैली के बाद उन पर एक आत्मघाती हमला हुआ जिसमें उनका जान चली गई. बेनजीर भुट्टो ने 1987 में आसिफ अली जरदारी से शादी की जो एक नवाब परिवार से संबंध रखते हैं
अलार्म का आविष्कार
घरों, बैंकों या तिजोरियों की हिफाजत के लिए जो अलार्म सिस्टम बनते हैं, उन्हीं से जुड़ा है आज का इतिहास. 1853 में एक अमेरिकी आविष्कारक ने कॉमन सेंस के सहारे पहली बार अलार्म बजा दिया.
बॉस्टन के ऑगस्टस रसेल पोप ने दुनिया को अपने इलेक्ट्रोमैग्नेटिक अलार्म सिस्टम से रूबरू कराया. 21 जून 1853 को उन्होंने इसका पेटेंट कराया. इलेक्ट्रोमैग्नेटिक अलार्म सिस्टम बनाने में उन्होंने सहजबुद्धि का शानदार इस्तेमाल किया.इससे पहले तक चेतावनी के लिए घंटी, सीटी या कुत्तों का इस्तेमाल किया जाता था. ऑगस्टस ने इसकी जगह इलेक्ट्रिक सर्किट के सिद्धांत का सहारा लिया. उन्होंने दरवाजे और खिड़की के बंद होने की प्रक्रिया को एक सर्किट में बदल दिया. दरवाजे या खिड़की के खुलते ही यह सर्किट टूट जाता और करंट में अचानक आए अंतर से मशीन का चुंबक झनझना उठता. उन्होंने इसे एक हथौड़े से जोड़ा. इलेक्ट्रोमैग्नेटिक कंपन हथौड़े को हिलाता और पीतल की घंटी उठती.
लेकिन मुश्किल यह थी कि दरवाजा या खिड़की बंद करने के बाद भी अलार्म बंद नहीं होता था. इस मुश्किल को हल किया एडविन होल्म्स ने. एडविन ने 1857 में ऑगस्टस से पेटेंट खरीदा और इलेक्ट्रिक अलार्म सिस्टम बनाने वाली पहली कंपनी बनाई. उन्होंने इसका ऐसा प्रचार किया कि लोग ऑगस्टस को भूल ही गए. न्यूयॉर्क में कई जगहों पर होल्म्स इलेक्ट्रिक प्रोटेक्शन कंपनी के अलार्म लगने लगे.
आज ऑगस्टस की खोज को तकनीक काफी समृद्ध बना चुकी है. आज अलार्म सिस्टम हाई टेक हो चुके हैं. इलेक्ट्रॉनिक और मैकेनिकल इंजीनियरिंग इन्हें वायरलेस सेंसर बना चुकी है. ये अब न सिर्फ पहरेदारी कर रहे हैं बल्कि आग और गैस रिसाव की भी फौरन जानकारी देते हैं.
अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा
1756 : जॉन जेड हॉलवेल के नेतृत्व वाली अंग्रेज सैन्य टुकड़ी के बंगाल के नवाब सिराजउद्दौला के समक्ष आत्मसमर्पण के बाद 146 अंग्रेजों को एक कमरे में बंद किया गया। उनमें से 123 की मौत।
1862 : ज्ञानेंद्र मोहन टैगोर ‘लिंकन्स इन’ से वकालत की डिग्री हासिल करने वाले प्रथम भारतीय बने।
1898 : अमेरिका ने स्पेन को हराकर गुआम पर कब्जा किया।
1933 : भारत के प्रसिद्ध लेखक, उपन्यासकार, नाटककार, आलोचक तथा व्यंग्यकार मुद्राराक्षस का जन्म।
1948 : सी. राजगोपालाचारी भारत के गवर्नर जनरल बने। वह देश के अंतिम गवर्नर जनरल थे।
1975 : वेस्टइंडीज ने पहला क्रिकेट विश्व कप जीता।
1991 - पी.वी. नरसिम्हाराव भारत के नौंवे प्रधानमंत्री बनें।
2001 : पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ़ ने आतंकवाद निरोधक क़ानून बहाल किया।
2003 : जेके रोलिंग की पांचवी किताब हैरी पॉटर एंड द ऑर्डर ऑफ द फीनिक्स जारी।
2008 - फ़िलिपीन में विनाशकारी तूफ़ान फेंगसेन से सैकड़ों लोगों की मृत्यु।
2009 - भारत की बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट का खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।
2012 : ऑस्ट्रेलिया जा रही नौका डूबने से 90 शरणार्थियों की मौत।