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मल्लिका नाम से मशहूर 'नूरजहां' आम
जितनी वजनदार उतनी कीमती
आम फलों का राजा है। भारत में में न जानें कितने ही किस्म के आम हैं, लेकिन कुछ आम बेहद खास होते हैं। ऐसे ही एक आम की किस्म है, जो मल्लिका के नाम से मशहूर है। इस खास आम का नाम है 'नूरजहां', जिसकी खासियत का अंदाजा इस बात से लग जाता है कि इसके पेड़ में फल लगते ही प्रति आम के हिसाब से इसकी बुकिंग हो जाती है। दो से साढ़े तीन किलोग्राम के बीच वजन के इस आम की खेती मध्य प्रदेश में इंदौर के करीब होती है। इंदौर से करीब 250 किलोमीटर दूर काठीवाड़ा के आम उत्पादक शिवराज सिंह जाधव के अनुसार उनके बागीचे में इस साल नूरजहां आम के तीन पेड़ों पर कुल 250 फल लगे हैं। इनकी बुकिंग काफी पहले ही हो चुकी है। लोगों ने नूरजहां के एक आम की 500 से 1,000 रुपये के बीच कीमत लगाई है। बागवानी के जानकारों की मानें तो नूरजहां के पेड़ों पर आमतौर पर जनवरी-फरवरी से बौर आने शुरू हो जाते हैं, इसके फल जून की शुरुआत में पककर बिक्री के लिए तैयार हो जाते हैं। नूरजहां के भारी-भरकम फल तकरीबन एक फुट तक लंबे हो सकते हैं और इनकी गुठली का वजन 150 से 200 ग्राम के बीच होता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि 'नूरजहां' आम अफगान मूल के हैं और इंदौर से लगभग 250 किलोमीटर दूर गुजरात सीमा से सटे अलीराजपुर जिले के काठीवाड़ा क्षेत्र में ही खेती की जाती है। 'नूरजहां' आम की कीमत पिछले साल की तुलना में अच्छी उपज और बड़े आकार के फल के कारण इस साल अधिक कीमत मिल रही है। एक किसान ने बताया कि इस मौसम में 'नूरजहां' आम की कीमत 500 रुपये से 1,000 रुपये है, पिछले साल के विपरीत, इस बार आम की इस किस्म की पैदावार अनुकूल मौसम की स्थिति के कारण अच्छी रही है। जाधव के अनुसार इस बार नूरजहां के एक आम का वजन 2 किलो से 3.5 किलो के बीच होने वाला है। काठीवाड़ा में 'नूरजहाँ' आम की खेती करने वाले विशेषज्ञ इशाक मंसूरी का कहना है कि इस बार इस किस्म की फसल अच्छी रही है लेकिन COVID-19 महामारी ने व्यवसाय को प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि 2020 में प्रतिकूल जलवायु परिस्थितियों के कारण 'नूरजहां' के पेड़ ठीक से फूल नहीं पाए। उन्होंने कहा, "2019 में, इस किस्म के एक आम का वजन औसतन लगभग 2.75 किलोग्राम था और खरीदारों ने इसके लिए 1,200 रुपये का उच्च भुगतान किया था। "