
Cyber Attack की नजर स्पेस इंडस्ट्री पर भी
इंटरनेट की दुनिया में साइबर हमला (Cyber Attack) कोई नई बात नहीं है। आए दिन ये हैकर्स दुनिया भर के नेटवर्क्स और कंपनियों को निशाना बना रहे हैं। लेकिन इस बार खगोलीय ऑब्जर्वेट्रीज (observatories) को साइबर हमले का सामना करना पड़ा है। साइबर हमले के कारण से तमाम ऑब्जर्वेट्रीज को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा।
स्पेस इंडस्ट्रीज जैसे-जैसे रफ्तार पकड़ रही है, साइबर हमलावर (Cyber Attack) उसे अपना निशाना बना रहे हैं। आपको बता दें, पिछले साल अक्टूबर में भी साइबर हैकर्स ने चिली में अटाकामा लार्ज मिलीमीटर के संचालन को प्रभावित किया था। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी कई साल से ऐसे हमलों का सामना कर रही है।
हालिया साइबर अटैक को लेकर नेशनल ऑप्टिकल-इन्फ्रारेड एस्ट्रोनॉमी रिसर्च लेबोरेटरी (National Optical-Infrared Astronomy Research Laboratory) ने बताया कि इस महीने की शुरुआत में साइबर हमला किया गया। जिसकी वजह से चिली में लगाए गए जेमिनी साउथ टेलीस्कोप (Gemini South Telescope) और हवाई में स्थित जेमिनी नॉर्थ टेलीस्कोप (Gemini North Telescope) के संचालन को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा।
नेशनल ऑप्टिकल-इन्फ्रारेड एस्ट्रोनॉमी रिसर्च लेबोरेटरी (NOIRLab) की वेबसाइट के मुताबिक, उनके कर्मचारी हमले की शिकार दूरबीनों को साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट (cyber security experts) के साथ मिलकर सही करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि अभी तक हमला किसने किया ? क्यों हुआ? इसका पता नहीं चल पाया है।
यूनाइटेड स्टेट्स नेशनल काउंटरइंटेलिजेंस एंड सिक्योरिटी सेंटर ने कुछ समय पहले एक बुलेटिन में अमेरिकी अंतरिक्ष कंपनियों (space companies) को चेतावनी दी थी। इस बुलेटिन में बताया गया था कि साइबर हमलावर अमेरिकी तकनीक और भविष्य के मिशनों को जानने के लिए अंतरिक्ष कंपनियों को निशाना बना सकते हैं।
बना है साइबर एंड सिक्योरिटी प्रोेजेक्ट
सैटेलाइट वैश्विक संचार, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और प्रतिरक्षा, सुरक्षा और आपातकालीन प्रबंधन, पर्यावरण और स्वास्थ्य का समर्थन करने के लिए जानकारी और सेवाएँ प्रदान करता है। उनका रणनीतिक मूल्य अनिवार्य रूप से साइबर सुरक्षा का मुद्दा उठाता है। इस प्रकार वे जो जानकारी प्रदान करते हैं वह हैकरों के लिए एक आकर्षक और आकर्षक संभावना बन जाती है। अब और नहीं, इस बात पर विचार करते हुए कि तेजी से वैश्वीकृत और परस्पर जुड़ी दुनिया को बनाए रखने के लिए उपग्रह और उनसे संबंधित बुनियादी ढाँचा कैसे महत्वपूर्ण हैं। साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में अंतरिक्ष क्षेत्र अद्वितीय है। यह एक ऐसा उद्योग है जहां नागरिक, वाणिज्यिक और सैन्य अनुप्रयोग निर्बाध रूप से सह-अस्तित्व में हैं, जिससे साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों और दूरसंचार इंजीनियरों के लिए एक विषम स्थिति पैदा होती है।
यह परियोजना समूह बुखारेस्ट में आयोजित यूरोपीय अंतरिक्ष पीढ़ी कार्यशाला (ईएसजीडब्ल्यू) 2018 में अंतरिक्ष और साइबर सुरक्षा कार्य समूह के परिणामों का अनुसरण करता है, ताकि अंतरिक्ष और साइबर सुरक्षा की प्रकृति, सरकारों और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों की प्राथमिकताओं पर विचार करने की आवश्यकता पर जोर दिया जा सके। होना चाहिए, क्या डेटा खुला स्रोत रहना चाहिए या इसकी उपलब्धता सीमित होनी चाहिए, ऊपर प्रस्तुत चुनौतियों के संभावित तकनीकी समाधान और अंतरिक्ष में साइबर सुरक्षा के लिए खतरों का आकार और उत्पत्ति।
उद्देश्य
यह प्रोजेक्ट ग्रुप बुखारेस्ट में हमारे बीच हुई चर्चाओं को आगे बढ़ाने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय मंच बनाएगा, जिससे हम कागजात प्रकाशित करने की इच्छा रखते हैं। नया समूह एक गतिशील मंच प्रदान करने के एसजीएसी के लक्ष्य का समर्थन करेगा, जहां सदस्य अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष नीति के मुद्दों पर अपने विचार, विचार और राय साझा कर सकते हैं, और अंतरिक्ष गतिविधियों के वैश्विक स्तर के बारे में अगली पीढ़ी के अंतरिक्ष पेशेवरों के बीच जागरूकता बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा हम समूह द्वारा एक ऐसी प्रस्तुति तैयार करके इन चर्चाओं को फैलाना चाहते हैं जो सदस्यों के लिए दुनिया भर में साइबर सुरक्षा प्रस्तुतियाँ करने का आधार तैयार कर सके।
अंततः, दीर्घावधि में हमारा लक्ष्य एक साइबर सुरक्षा परीक्षण बनाना है। परीक्षण के अंत में प्रतिभागी साइबर सुरक्षा खतरों के जोखिम को सीमित करने के बारे में एक जागरूकता पोस्टर डाउनलोड कर सकते हैं, जो एसजीएसी दृश्यता को बढ़ा सकता है। संयुक्त राष्ट्र ने भी प्रस्तावों और रिपोर्टों के माध्यम से साइबर सुरक्षा के विषय में रुचि दिखाई है। हम UNCOPUOS में साइबर सुरक्षा एजेंडा को आगे बढ़ाना चाहते हैं। हमारे पास 9 संभावित सलाहकार हैं, जो शिक्षा जगत और उद्योग के साथ संबंधों और साझेदारी को मजबूत करने के लिए एसजीएसी की रणनीति का समर्थन करते हैं।