
गूगल से अलग और सुरक्षित है डकडकगो
हाल के दिनों में सर्च इंजन को लेकर नयापन देखने को मिला है. इनमें एआई आधारित चैटजीपीटी की चर्चा खूब हो रही है, तो इस रेस में एक नया सर्च इंजन डकडकगो भी शामिल हो गया है. डकअसिस्ट के नाम से लांच किया गया है. वैसे इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले इस के बारे में अवश्य पहले सुना होगा. इस बारे यहां कुछ खास जानकारी जुटाई गई है.
AI तकनीक का उपयोग करने वाला यह सर्चइंजन DuckAssist है, जो पारंपरिक खोज के नतीजों या अन्य तेजी से जवाब पाने की तुलना में अधिक स्पष्ट उत्तर प्रदान करने के लिए जाना जाता है. इस समय यह DuckDuckGo के ब्राउजिंग ऐप्स और ब्राउज़र एक्सटेंशन पर अंग्रेजी में उपलब्ध है.
मैट जी दक्षिणी
DuckDuckGo कितना अलग है Google से ?
अगर आपको ऑनलाइन सुरक्षा की चिंता है तो यह लेख आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है. कारण आॅननालाइन प्राइवेसी के संदर्भ में गूगल के साथ हमेशा कुछ न कुछ विवाद होता रहता है. ऑनलाइन प्राइवेसी को ले कर. इस समस्या से बचने के लिए या फिर कम करने के लिए DuckDuckGo का इस्तेमाल बेहतर बताया गया है.
कडकगो क्या हैद्?
डकडकगो गूगल की तरह ही एक वेब सर्च इंजिन है. यानि एक ऐसी वेबसाइट जहां आप अपनी जरुरत की बाते इंटरनेट की मदद से खोज सकते है. कई सर्च इंजिनों गूगल, बिंग, याहू, यान्डेक्स काफी लोकप्रिय हैं. भारत में ज्यादातर लोग गूगल सर्च इंजिन का इस्तेमाल करते है. अमेरिका और यूरोप में गूगल के साथ साथ बिंग का इस्तेमाल होता है. वहीं रशिया में यान्डेक्स सर्च इंजिन का इस्तेमाल होता है. चीन में गूगल पर प्रतिबंध होने के कारण चीनी लोग उनकी खुदकी बायडू सर्च इंजिन का इस्तेमाल करते हैं.
डकडकगो गूगल की जितना लोकप्रिय नहीं है, फिर भी पश्चिमी देशो में इसका काफी इस्तेमाल होता है. इसकी बढ़ती लोकप्रियता की वजह प्राइवेसी है.
डकडकगो की स्थापना गेब्रियल विनबर्ग ने 25 सितम्बर 2008 की की थी.इस का नाम डकडकगो बच्चों का कार्टून टीवी शो डकडकगुज पर रखा गया है. साल 2011 तक डकडकगो को कोई फंडिंग नही मिल रही थी. गैब्रियल विनबर्ग ने खुदके पैसो से वेबसाइट को जारी रखा. बाद में अक्टूबर 2011 में यूनियन स्क्वायर वेंचर नाम की एक अमेरिकी कंपनी ने डकडकगो में दिलचस्पि दिखाते हुए इन्वेस्ट किया. उस के बाद साल 2012 में डकडकगो पर रोज 15 लाख लोग सर्च करने लगे. इससे कंपनी ने 1,15000 USD का अच्छा खासा मुनाफा कमाया.
18 सितंबर 2014 को एप्पल कंपनी ने अपने ब्राउज़र सफारी में डकडकगो को ऑप्शनल सर्च इंजिन के तौर पर जगह दी. इसी साल 10 नवंबर को मोज़िला ने अपने ब्राउज़र फायरफॉक्स में डकडकगो को ऑप्शनल सर्च इंजन के तौर पर जगह दी. 30 मई, 2016 को टोर कंपनी ने अपने टोर ब्राउज़र में डकडकगो को डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र घोषित किया।
डकडकगो की बढ़ती लोकप्रियता का विशेष कारण था कि लोगों ने इसे गूगल से ज्यादा सिक्योर पाया. इंटरनेट सर्फिंग के दौरान सर्च इंजिन एक ऐसे टूल के रूप में काम करता है, इंटरनेट पर मौजूद हर तरह की जानकारी को काटता—छांटता है और एक पैटर्न में सेट कर लेता है. बाद में यह सर्च इंजिन यूजर के ज़रूरत के हिसाब से जानकारियां पहुँचाता है.
कई बार यह सर्च इंजिन जाने—अनजाने में अपने यूजर को नुकसान भी पहुंचाते हैं. जैसे कई सर्च इंजन अपने यूजर का पर्सनल डेटा कलेक्ट कर लेते हैं और उसे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करते है. इससे यूजर के प्राइवेसी को सेंध लगने का खतरा पैदा हो जाता है. उदाहरण के तौर पर हम जब भी गूगल सर्च इंजन पर कुछ खोजते है या किसी प्रोडक्ट को सर्च करते है, तब गूगल अपने सर्वर पर हमारे उस प्रोडक्ट की जानकारी सेव कर लेता है. इससे गूगल को एडवरटाइज करने में आसानी होती है. साथ ही साथ गूगल के पास हमारी पर्सनल जानकारी होती है.
गूगल का एल्गोरिथम कुछ इस तरह से काम करता है कि उसके पास हमारी हर संभव जानकारी होती है. जैसे हमारा नाम,पता,मोबाईल नंबर, हमारा पेशा यहां तक की हम क्या खाते है, हम कौन सी भाषा बोलते हैं,हम कौन से कपड़े पहनते हैं यह सब बाते गूगल को पता होती है.
इसी कारण उसकी वजह से हमारी प्राइवेसी प्रभावित हो जाती है. यही मूल कारण है कि पश्चिमी देशों के लोग गूगल के प्रति नफरत की भावना रखते हैं और उसकी जगह डकडकगो को पसंद कर रहे है.
डकडकगो का प्राइवेसी फीचर बहुत ही खास है. वह यूजर की प्राइवेसी को मेन्टेन रखता है. कारण वह किसी भी तरह की प्राइवेट और पर्सनल जानकारी कलेक्ट नहीं करता है.
जैसे डकडकगो न यूजर की लोकेशन पूछता है, और न ही आईपी अड्रेस ट्रैक करता है. साथ ही वह यूजन के सर्च हिस्ट्री को मॉनिटर भी नहीं करता है. यानि डकडकगो अपने यूजर को पूरी तरह से प्राइवेसी देता है. डकडकगो पर यूजर अपनी पसंद की हर चीज बगैर किसी की नजर के सर्च कर सकते हैं.
कैसे करें डकडकगो का इस्तेमाल?
डकडकगो का इस्तेमाल भी काफी आसान है. इसकी वेबसाइट www. duckduckgo.com पर जाकर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है. अगर आप एंड्राइड मोबाईल स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते है, तो आपको गूगल प्लेस्टोर पर डकडकगो का ऑफिसियल ब्राउज़र एप्लीकेशन मिल जायेगा.
आप एप्पल डिवाइस का इस्तेमाल करते है, तो आप सफारी ब्राउज़र की मदद से डकडकगो का इस्तेमाल कर सकते है. या फिर आप एप्पल स्टोर से डकडकगो का ब्राउज़र डाउनलोड कर इसका इस्तेमाल कर सकते है.
पर्सनल कंप्यूटर पर डकडकगो का इस्तेमाल वेबसाइट, एप्लीकेशन या एक्सटेंशन की मदत से कर सकते है.
डकडकगो गूगल से ज्यादा फ़ास्ट है. यह रेडिरेक्ट करते समय ज्यादा टाइम नहीं लगाता है.साथ ही यह किसी भी कंटेंट में भेदभाव नहीं करता है. इसके नए रूप में और भी बदलाव किया गया है. जैसे डकअसिस्ट
DuckAssist पारंपरिक SERPs के लुक और फील को मिरर करने के लिए डिज़ाइन किए गए खोज परिणामों में एक नए प्रकार का तेजी से जवाब तलाश लेता है. यह डकडकगो के सक्रिय अनुक्रमण का उपयोग करते हुए स्रोतों के एक विशिष्ट सेट, मुख्य रूप से विकिपीडिया और ब्रिटानिका जैसी कभी-कभी संबंधित साइटों को स्कैन कर लेता है.
इसके बाद डकएसिस्ट नियमित निजी खोज परिणामों के ऊपर विकिपीडिया में जो कुछ पाता है उसका एक संक्षिप्त, स्रोत का सारांश तैयार कर लेता है. DuckAssist जानकारी को सारांशित करने और पारंपरिक खोज परिणामों की तुलना में उपयोगकर्ताओं के सवालों के अधिक प्रत्यक्ष उत्तर प्रदान करने के लिए OpenAI और एंथ्रोपिक की प्राकृतिक भाषा तकनीक का उपयोग करता है.
जबकि जनरेटिव एआई तकनीक को किसी भी संकेत के जवाब में पाठ उत्पन्न करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, चाहे वह उत्तर "जानता" हो या नहीं, डकएसिस्ट का उद्देश्य केवल विकिपीडिया जैसे विश्वसनीय स्रोतों से सूचनाओं को संक्षेप में प्रस्तुत करना है, ताकि अशुद्धियों को कम किया जा सके.
विकिपीडिया में स्पष्ट उत्तरों के साथ सीधे प्रश्न पूछने पर आपको खोज परिणामों में डकएसिस्ट देखने की सबसे अधिक संभावना पैदा करता है. हालाँकि, DuckAssist हर समय सटीक उत्तर उत्पन्न नहीं कर सकता है.
फिर भी खोज प्रश्नों को प्रश्नों के रूप में या खोज क्वेरी में "विकी" शब्द शामिल करने से खोज परिणामों में डकएसिस्ट के प्रदर्शित होने की संभावना बढ़ सकती है।
इसे विकिपीडिया के लिए खास तौर पर उपयोगी पाया गया है क्योकि DuckDuckGo कई वर्षों से विकिपीडिया को तत्काल उत्तर के प्राथमिक स्रोत के रूप में उपयोग कर रहा है.