
इतिहास के पन्ने की कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं
भारत की आजादी के बाद सबसे पहले राजकाज को अपने तरीके से चलाने की जरूरत महसूस की गई थी। इसे देखते हुए स्वतंत्रता के स्वरूप को तय करने वाला भारत स्वतंत्रता विधेयक आज के दिन ही 18 जुलाई को परित किया गया था। इसक कारण यह दिन भारतीय स्वतंत्रता के इतिहास में महत्वपूर्ण माना जाता है। तीन जून 1947 को प्रस्तुत की गई माउंटबेटन योजना के आधार पर ब्रिटिश संसद में चार जुलाई, 1947 को भारत स्वतंत्रता विधेयक पेश किया गया था। इसे 18 जुलाई, 1947 को सम्राट ने मंजूरी प्रदान की। यह विधेयक स्वतंत्र भारत के स्वरूप के निर्धारण के लिए था और इसी में भारत की आजादी की तारीख 15 अगस्त 1947 तय की गई थी। इसी के तहत विभाजन के बाद भारत और पाकिस्तान की सीमाएं निर्धारित करने के लिए एक सीमा आयोग के गठन की बात कही गई थी और इसी के तहत पंजाब और बंगाल के विभाजन का प्रावधान किया गया था। 18 जुलाई 1947 के दिन भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम को शाही स्वीकृति मिली. यह अधिनियम ब्रिटिश संसद में पास हुआ था. इसके तहत ब्रिटिश भारत को दो नए हिस्सों भारत और पाकिस्तान में बांटा जाना था.आगे पकिस्तान 14 अगस्त 1947 और भारत 15 अगस्त 1947 को अस्तित्व में आया था.
यह अधिनियम माउंटबेटन योजना को लागू करने के लिए पास किया गया था. माउंटबेटन योजना ने 3 जून को ब्रिटिश भारत के बंटवारे की घोषणा की थी. इस योजना के तहत विभाजन के बाद बनने वाली सरकारों को ब्रिटिश कॉमनवेल्थ से अलग होने का पूरा अधिकार दिया गया था.
इस अधिनयम के लागू होने के बाद जवाहरलाल नेहरु भारत के पहले प्रधानमंत्री बने थे. वहीँ, सीमा के उस पार मोहम्मद अली जिन्ना पाकिस्तान के गवर्नर जनरल बने थे. भारत ने लार्ड माउंटबेटन को गवर्नर-जनरल माना था. लियाकत अली पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री थे.
इस विभाजन के बाद सदी की सबसे बड़ी सांप्रदायिक हिंसा हुई थी. हिंदुस्तान में रहने वाले बहुत से मुसलमान पकिस्तान चले गए थे और पाकिस्तान में रहने वाले बहुत से हिन्दू और सिक्ख भारत आ गए थे. इस हिंसा में वृहद स्तर पर नरसंहार और बलात्कार हुए थे.
लांच हुआ रोहिणी उपग्रह
18 जुलाई 1980 के दिन भारत में निर्मित उपग्रह प्रक्षेपण वाहन एस.एल.वी.- 3 से रोहिणी उपग्रह को कक्षा में भेजा गया। यह एक बहुत छोटा उपग्रह था. इसे 44.7 डिग्री के लोंगीट्यूड पर लांच किया गया था.लांच के वक्त ही इसकी चारों स्टेज का परिक्षण कर लिया गया था. इसे शार केंद्र से लांच किया गया था.
इस उपग्रह में डिजिटल सन सेंसर, टेम्परेचर सेंसर और मैग्नेटोमीटर लगे थे. इसका निर्माण एल्युमिनियम से किया गया था. इसका वजन करीब 35 किलो था. इसकी शक्ति ग्रहण करने की क्षमता 16 वाट और आयु करीब नौ महीने थी.इसका निर्माण इसरो ने किया था और इसके पास ही इसके लांच को सफल बनाने की जिम्मेदारी थी.
इसे एक प्रयोग के तौर पर लांच किया गया था. इसे लांच करने के बाद भारत ने उन देशों की श्रेणी में छठवां स्थान हासिल कर लिया था, जो अंतरिक्ष में अपने कृतिम उपग्रह भेज चुके थे.असल में उपग्रह को लांच करने का एकमात्र उद्देश्य लांच वेहिकल एस.एल.वी की क्षमता का परीक्षण करना था. यह परीक्षण सफल हुआ तो भारत ने और एस.एल.वी का निर्माण किया.आगे पी.एस.एल.वी का भी निर्माण किया गया. यह पहले के मुकाबले उन्नत था.
सलमान रुश्दी ने बनाया रिकॉर्ड
18 जुलाई 2008 के दिन भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक सलमान रुश्दी ने एक रिकॉर्ड बनाया. उन्होंने एक प्रोमोशनल टूर के दौरान 57 मिनट के भीतर एक हजार किताबों पर हस्ताक्षर किए.सलमान रुश्दी का जन्म 19 जून 1947 के दिन बम्बई में हुआ था. उन्होंने 1968 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से इतिहास में परास्नातक की डिग्री हासिल की. इसके बाद वे लंदन में विज्ञापन लिखने का काम करते रहे.उनका पहला उपन्यास ग्रीमस 1975 में प्रकाशित हुआ.
आगे उनका उपन्यास मिडनाइट्स चिल्ड्रेन आया. इस उपन्यास ने उन्हें विश्व में ख्याति प्रदान की. यह उपन्यास इतना मशहूर हुआ कि आगे इसपर एक फिल्म भी बनी.आगे वे लगातार लिखते रहे. इसी क्रम में 1988 में उनका उपन्यास ‘दि सैटानिक वर्सेस’ आया. इस उपन्यास के आने के बाद मुस्लिम समुदाय के धर्मगुरुओं ने उनकी खूब आलोचना की. उन्हें इस्लाम विरोधी तक घोषित कर दिया गया.
असल में इस उपन्यास में पैगम्बर मोहम्मद के जैसा एक किरदार था. इस किरदार को इस उपन्यास में नकारात्मक छवि के साथ पेश किया गया था. इसी कारण मुस्लिम धर्मगुरुओं को यह नागवार गुजर रहा था.
आगे ईरान के सबसे परमुख नेता रूहोल्लाह खोमिनी ने रुश्दी के खिलाफ फतवा जारी कर दिया. रुश्दी को जान से मार देने पर ईनाम देने की घोषणा भी कई. इससे बचने के लिए रुश्दी भूमिगत हो गए.इन सब बातों के बाद भी रुश्दी ने लिखना नहीं छोड़ा. इसके बाद भी उनके उपन्यास प्रकाशित होते रहे. आगे उन्हें बुकर पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया.
सुपरस्टार राजेश खन्ना का निधन
भारतीय सिनेमा में जिस कलाकार को पहली बार सुपर स्टार के नाम से पुकारा गया वह थे राजेश खन्ना. 2012 में आज ही के दिन सदाबहार रोमांटिक हीरो राजेश खन्ना ने इस दुनिया को अलविदा कहा.
साठ के दशक में फिल्म 'आखिरी खत' के साथ फिल्मों में कदम रखने वाले राजेश खन्ना ने डेढ़ सौ से ज्यादा फिल्मों में काम किया. दो रास्ते, आराधना, बावर्ची, आनंद और अमर प्रेम उनकी कुछ बेहद यादगार फिल्में रही हैं. उनके नाम सर्वाधिक सुपरहिट फिल्में लगातार देने का रिकॉर्ड है. 1969 से 1971 तक उनकी 17 फिल्में लगातार सुपरहिट रहीं, जिनमें से 15 में उन्होंने हीरो का किरदार निभाया था.
1973 में उन्होंने अभिनेत्री डिंपल कपाड़िया से शादी की. हालांकि डिंपल की पहली फिल्म 'बॉबी' उनकी शादी के 8 महीने बाद आई थी. उन दोनो की दो बेटियां ट्विंकल खन्ना और रिंकी खन्ना हैं, दोनो ने ही फिल्मों में हाथ आजमाया लेकिन खास सफलता हाथ नहीं लगी.
राजेश खन्ना ने राजनीति में भी पारी खेली. 1992 से 1996 तक वह नई दिल्ली से लोकसभा सदस्य रहे. लंबी बीमारी के बाद 18 जुलाई 2012 को मुंबई में अपने बंगले 'आशीर्वाद' में उन्होंने आंतिम सांस ली.
अन्य घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
1290 : इंग्लैंड के किंग एडवर्ड ने यहूदियों के निष्कासन का आदेश दिया।
1630 : स्पेन के सैनिकों ने इटली के मंतुआ प्रांत पर कब्जा किया।
1743 : साप्ताहिक अखबार न्यूयार्क में दुनिया में पहली बार आधे पृष्ठ का विज्ञापन प्रकाशित हुआ।
1781 : ब्रिटेन के विख्यात खगोल शास्त्री विलियम हरशल ने आकाश गंगा की वास्तविकता का पता लगाया।
1857 : बंबई विश्वविद्यालय की स्थापना।
1872 : ब्रिटेन में चुनाव में गुप्त मतदान अधिनियम आया। इससे पहले मतदान खुले तौर पर किए जाते थे।
1918 : नोबेल पुरस्कार से सम्मानित दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला का जन्म।
1947 : ब्रिटिश संसद द्वारा पारित भारत स्वतंत्रता अधिनियम को ब्रिटेन के सम्राट द्वारा मंजूरी दी गई।
1951 : उरुग्वे ने संविधान स्वीकार किया।
1955 : परमाणु ऊर्जा से उत्पादित बिजली को व्यावसायिक रूप से पहली बार बेचा गया।
1963 : सीरिया में सैन्य तख्तापलट विफल।
1968 - कैलिफोर्निया के सांता क्लारा में इंटेल कॉरपोरेशन की स्थापना।
1977 - वियतनाम संयुक्त राष्ट्र का सदस्य बना।
1980 - पूर्ण रूप से भारत में निर्मित उपग्रह ‘रोहिणी-1’ पृथ्वी की कक्षा में स्थापित।
1985 : सोवियत रूस ने भूमिगत परमाणु परीक्षण किया।
2010 : केरल के प्रोफेसर जोसफ पर आठ लोगों ने हमला किया और उनपर इस्लाम के अपमान का आरोप लगाते हुए उनके हाथ काट डाले।
2012 : किम जोंग उन को आधिकारिक तौर पर उत्तर कोरिया का सर्वोच्च नेता नियुक्त किया गया।
2012 : भारत के पहले सुपर स्टार राजेश खन्ना का निधन।